PM Vishwakarma Training Center List 2025: जानिए आपके राज्य में कहां हैं ट्रेनिंग सेंटर?

PM Vishwakarma Training Center List 2025: जानिए आपके राज्य में कहां हैं ट्रेनिंग सेंटर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक शिल्प और कारीगरी को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत, कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल प्रशिक्षण देने के लिए पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर (PM Vishwakarma Training Centers) की स्थापना की गई है। इन ट्रेनिंग सेंटरों का लक्ष्य कारीगरों को उनके काम में दक्ष बनाना है, ताकि वे अपने व्यवसाय को और बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

2025 में इस योजना के अंतर्गत कई नए ट्रेनिंग सेंटर खोले गए हैं। यदि आप जानना चाहते हैं कि आपके राज्य में कहां यह ट्रेनिंग सेंटर स्थित हैं, तो इस आर्टिकल में हम आपको पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर की पूरी सूची और उनके लाभ के बारे में बताएंगे।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरी में कार्यरत लोगों को तकनीकी और व्यावसायिक कौशल से लैस करना है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। यह योजना शिल्पकारों, कारीगरों, मूर्तिकारों, बढ़ई, दर्जी, कंबल बनाने वाले, लोहार और अन्य कारीगरों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करती है।

PM Vishwakarma Training Centers की कार्यप्रणाली

इन प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन मंत्रालय की ओर से किया जाता है, और ये कारीगरों को उन क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त करने में मदद करते हैं, जो उनके पारंपरिक कामों से जुड़े होते हैं। यहां प्रशिक्षित कारीगरों को अधिक आय अर्जित करने और खुद के व्यवसाय को स्थापित करने के लिए नई तकनीकों और टूल्स का इस्तेमाल सिखाया जाता है।

2025 में PM Vishwakarma Training Centers की लिस्ट

विभिन्न राज्यों में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए सरकारी प्रयास जारी हैं। ये सेंटर मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा कारीगरों तक यह योजना पहुंचे।

नीचे कुछ प्रमुख राज्यों की सूची दी गई है, जहां 2025 में PM Vishwakarma Training Centers खोले गए हैं:

  1. उत्तर प्रदेश – यूपी में कई जिलों में पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर शुरू किए गए हैं। यह कारीगरों को बढ़ईगीरी, कंबल बनाने, मूर्तिकला, आदि में प्रशिक्षण देंगे।
  2. बिहार – बिहार के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में भी इन सेंटरों की स्थापना की गई है। यहां के शिल्पकारों को विशेष रूप से लोहा-लोहे के काम में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  3. मध्य प्रदेश – मध्य प्रदेश में भी पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर खोले गए हैं, जिनका उद्देश्य पारंपरिक हस्तशिल्प को बढ़ावा देना है।
  4. राजस्थान – राजस्थान के कारीगरों को मूर्तिकला और वस्त्र निर्माण में विशेष प्रशिक्षण मिलेगा। यहां के सेंटरों का लक्ष्य कलाकारों की गुणवत्ता और उत्पाद को बढ़ाना है।
  5. उड़ीसा – ओडिशा के ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक शिल्प और कला में सुधार लाने के लिए पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की गई है।

PM Vishwakarma Training Centers के लाभ

  1. कौशल विकास: कारीगरों को आधुनिक तकनीकों से परिचित कराया जाएगा, जिससे उनके उत्पादों की गुणवत्ता और विपणन क्षमता में वृद्धि होगी।
  2. आर्थिक सहायता: प्रशिक्षित कारीगरों को सरकारी योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त हो सकती है, जो उनके व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करेगा।
  3. रोजगार के अवसर: ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कारीगरों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
  4. स्वयं का व्यवसाय शुरू करने की सुविधा: कारीगरों को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए जरूरी ज्ञान और संसाधन प्रदान किए जाएंगे।

कैसे करें आवेदन?

PM Vishwakarma Training Centers में आवेदन करने के लिए कारीगरों को सरकारी पोर्टल या नजदीकी सेंटर पर जाकर पंजीकरण करना होगा। आवेदन प्रक्रिया सरल है और कारीगरों को अपनी पहचान प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, और कुछ अन्य आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारतीय कारीगरों के लिए एक बड़ी पहल है, जो उन्हें कौशल, शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर, उनका जीवनस्तर सुधारने में मदद कर रही है। 2025 में खुलने वाले नए PM Vishwakarma Training Centers से लाखों कारीगरों को नई उम्मीदें और अवसर मिलेंगे।

अगर आप भी इस योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी PM Vishwakarma Training Center में पंजीकरण करवाएं और अपने हुनर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।

Leave a Comment